Tuesday 18 March 2014

जीवन यात्रा - ऋता

55
जीवन -यात्रा
प्रेम, दया हैं साथी
पथ सुगम।
54
यात्रा की धूप
जीवन को दे शान्ति
भक्ति की छाँव।
53
जीवन यात्रा
जीवन कुरुक्षेत्र
कृष्ण, पार्थ मैं।
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