Tuesday 18 March 2014

दीये ये कच्चे - ऋता

41

दीये ये कच्चे

धुन के बड़े पक्के

बच्चों -से सच्चे |

40

नेह का दीप

घृत हो विश्वास का

अखंड जला|

39

चाक जो घूमा

सर्जक का सृजन

सुगढ़ दीप |

38

मिलके रहे

दीप तेल वर्तिका

तभी लौ बने |

37

चंदा को ढूँढ़े

दीपक की बारात

अमा की रात |

36

गौरवशाली

दीवाली में भारत

सौरभशाली |

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