134
आई है खुशी
आया है नव वर्ष
झूमके गाएँ।
133
राह नई हो
बस आगे ही हम
बढ़ते जाएँ।
132
आशा के दीप
जैसे सीप का मोती
जगमगाएँ।
131
प्रेम से मिलें
दीन-दुखी को हम
गले लगाएँ।
130
हो सुवासित
जीवन की बगिया
बहे बयार।
129
नए साल ने
ले ली है अँगड़ाई
कली मुस्काई।
128
खुशियाँ नाचें
गान भी हो मधुर
सभी के द्वार।
127
उल्लसित हैं
सारे पर्व-त्योहार
आना है फिर।
126
वर्ष नवल
चाह भी हो नवल
बने सफल।
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